ईरान ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वह अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा और संप्रभुता के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं करता। हाल ही में, देश में तोड़फोड़ और जासूसी गतिविधियों में शामिल पाए गए दर्जनों इज़रायली एजेंटों को गिरफ्तार किया गया था।
सरकारी सूत्रों के अनुसार, इन एजेंटों को ईरान की सुरक्षा एजेंसियों ने एक गुप्त ऑपरेशन के तहत धर दबोचा। पूछताछ और पुख्ता सबूतों के आधार पर, कोर्ट ने उन्हें देशद्रोह, जासूसी और आतंकवादी साजिश के आरोपों में मौत की सज़ा सुनाई।
🔴 चौंकाने वाली बात यह रही कि मात्र 24 घंटे के भीतर इन सभी एजेंटों को फांसी दे दी गई।
ईरान की सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि:
> “हमारे देश की सरज़मीं पर कोई विदेशी हस्तक्षेप या साजिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जो भी ईरान की अखंडता को खतरे में डालेगा, उसे कठोरतम सज़ा दी जाएगी।”
यह घटना मध्य-पूर्व में बढ़ते तनाव के बीच आई है, जहां पहले से ही ईरान और इज़रायल के बीच गुप्त लड़ाइयाँ और साइबर युद्ध जारी हैं।
✅ यह खबर ईरान की आंतरिक सुरक्षा और जासूसी विरोधी नीति का जीवंत उदाहरण है।
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