उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन को लेकर दुनिया भर में कई सवाल उठते हैं, जिनमें से एक आम सवाल है – क्या किम जोंग उन किसी धर्म को मानते हैं? इस सवाल का जवाब थोड़ा जटिल जरूर है, लेकिन सटीक और रोचक भी।
🔸 किम जोंग उन का धर्म क्या है?
किम जोंग उन किसी भी पारंपरिक धर्म को नहीं मानते। उत्तर कोरिया एक आधिकारिक रूप से नास्तिक देश है, जहां धार्मिक गतिविधियों पर सख्त नियंत्रण होता है। यहां तक कि सार्वजनिक रूप से धर्म का प्रचार करना भी कानूनन अपराध माना जाता है।
🔸 उत्तर कोरिया में Juche विचारधारा
उत्तर कोरिया की राजनीति और सामाजिक ढांचे का आधार है Juche विचारधारा, जिसे किम जोंग उन के दादा किम इल-सुंग ने विकसित किया था। यह विचारधारा आत्मनिर्भरता, राष्ट्रवाद और नेता की सर्वोच्चता पर आधारित है।
इसे एक प्रकार का राजनीतिक धर्म भी कहा जा सकता है।
यहाँ नेता की छवि को ईश्वरीय और पूजनीय बना दिया गया है।
Juche विचारधारा उत्तर कोरिया में हर क्षेत्र में लागू है – शिक्षा, संस्कृति, सैन्य नीति, और मीडिया तक।
🔸 क्या उत्तर कोरिया में धर्म की अनुमति है?
उत्तर कोरिया में कुछ धार्मिक संस्थाएं नाम मात्र के लिए मौजूद हैं, लेकिन ये सभी सरकार के नियंत्रण में हैं।
ईसाई धर्म, बौद्ध धर्म, और अन्य धार्मिक क्रियाएं बंद कमरे में या गुप्त रूप से ही की जाती हैं।
बाहरी दुनिया में ऐसी कई रिपोर्ट्स हैं जो बताती हैं कि धार्मिक स्वतंत्रता न के बराबर है।
🔸 निष्कर्ष:
> किम जोंग उन किसी पारंपरिक धर्म को नहीं मानते। उत्तर कोरिया में Juche विचारधारा ही राज्य का “धर्म” है, और किम वंश की पूजा को वहां ईश्वरीय महत्व प्राप्त है।