“मुस्लिम तीर्थयात्री हज के एक महत्वपूर्ण रिवाज के दौरान माउंट अराफात पर छाया और अल्लाह से माफी (माफ़ी/बख्शिश) माँगते हैं।”
थोड़ा विस्तार से समझें तो:
हज के दौरान माउंट अराफात (अराफात का पहाड़) पर एक बहुत ही अहम रुक्न (हिस्सा) होता है, जिसे “वकूफ़-ए-अराफात” कहा जाता है। इस दिन लाखों हाजी उस मैदान में इकट्ठा होकर अल्लाह से अपने गुनाहों की माफ़ी मांगते हैं, दुआ करते हैं, और तेज धूप से बचने के लिए छांव (shade) तलाशते हैं। यह हज का सबसे अहम और भावुक हिस्सा होता है।
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