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🔴 पूर्ण यात्रा प्रतिबंध वाले देश (12 देश):
अफगानिस्तान, म्यांमार (बर्मा), चाड, कांगो (गणराज्य), इक्वेटोरियल गिनी, इरिट्रिया, हैती, ईरान, लीबिया, सोमालिया, सूडान, यमन

🟡 आंशिक यात्रा प्रतिबंध वाले देश (7 देश):
बुरुंडी, क्यूबा, लाओस, सिएरा लियोन, टोगो, तुर्कमेनिस्तान, वेनेजुएला

ये प्रतिबंध 9 जून 2025 से प्रभावी होंगे।  इस आदेश के तहत, उपरोक्त 12 देशों के नागरिकों को अमेरिका में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी, जबकि आंशिक प्रतिबंध वाले देशों के नागरिकों को केवल अस्थायी कार्य वीजा के लिए आवेदन करने की अनुमति होगी।  हालांकि, वैध वीजा धारक, स्थायी निवासी (ग्रीन कार्ड धारक), और ओलंपिक या विश्व कप जैसे प्रमुख खेल आयोजनों में भाग लेने वाले एथलीट इस प्रतिबंध से मुक्त रहेंगे।

राष्ट्रपति ट्रम्प ने इस निर्णय को राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में बताया है, विशेष रूप से हाल ही में कोलोराडो के बोल्डर में हुए एक आगजनी हमले के बाद, जिसमें एक मिस्र का नागरिक शामिल था जिसने अपने वीजा की अवधि समाप्त होने के बावजूद अमेरिका में रहना जारी रखा था।  हालांकि मिस्र इस प्रतिबंध सूची में शामिल नहीं है, लेकिन इस घटना ने ट्रम्प प्रशासन को यह कदम उठाने के लिए प्रेरित किया।

यह नया प्रतिबंध ट्रम्प के 2017 के “मुस्लिम बैन” की याद दिलाता है, जिसे बाद में अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने 2018 में संशोधित रूप में मंजूरी दी थी।  इस बार, प्रतिबंधित देशों की सूची में कई अफ्रीकी और मुस्लिम-बहुल राष्ट्र शामिल हैं, जिससे यह कदम फिर से विवादास्पद बन गया है।

मानवाधिकार समूहों और विपक्षी नेताओं ने इस निर्णय की आलोचना की है, इसे भेदभावपूर्ण और अमेरिका की वैश्विक छवि के लिए हानिकारक बताया है। कांग्रेस सदस्य प्रमिला जयपाल ने इसे “अमेरिकी मूल्यों के खिलाफ” बताया है।

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