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9 जुलाई 2025 —
एलन मस्क की कंपनी X (पूर्व में ट्विटर) ने भारत सरकार के एक हालिया कदम को लेकर गंभीर आपत्ति जताई है। कंपनी का कहना है कि सरकार ने बिना कोई सार्वजनिक कारण बताए, 3 जुलाई को 2000 से अधिक सोशल मीडिया अकाउंट्स को भारत में ब्लॉक करने का आदेश दिया, जो प्रेस की स्वतंत्रता और अभिव्यक्ति के अधिकार पर सवाल खड़े करता है।

एक्स का बयान

X की ओर से एक आधिकारिक बयान में कहा गया:

> “हमें 3 जुलाई को भारत सरकार की ओर से 2000+ अकाउंट्स को ब्लॉक करने का निर्देश मिला। आदेश कानूनी रूप से बाध्यकारी था, इसलिए हमने इसका पालन किया। हालांकि, हम इस आदेश से असहमत हैं और प्रेस की स्वतंत्रता के समर्थन में खड़े हैं।”

X ने यह भी स्पष्ट किया कि उसने सरकार के निर्देशों का पालन तो किया, लेकिन उसे यह कदम मीडिया की आजादी और पारदर्शिता के खिलाफ प्रतीत होता है।

रॉयटर्स से जुड़ी अकाउंट्स की चर्चा

कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस ब्लॉकेज की लिस्ट में ब्रिटेन की प्रसिद्ध न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स से जुड़े कुछ पत्रकारों या सहयोगियों के सोशल मीडिया हैंडल भी शामिल हो सकते हैं, हालांकि रॉयटर्स की ओर से अभी तक इस पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की गई है।

सरकार की ओर से कोई सार्वजनिक स्पष्टीकरण नहीं

भारत सरकार ने इन अकाउंट्स को ब्लॉक करने के पीछे की वजह सार्वजनिक रूप से साझा नहीं की है। आमतौर पर ऐसे मामलों में राष्ट्रीय सुरक्षा, अफवाह फैलाने या देश विरोधी गतिविधियों को कारण बताया जाता है, लेकिन इस बार भी आदेश की वजह को गोपनीय रखा गया है।

क्या कहती है मीडिया की आजादी?

इस घटना ने एक बार फिर सवाल उठाया है कि क्या भारत में डिजिटल स्पेस में अभिव्यक्ति की आजादी सुरक्षित है? X जैसी ग्लोबल कंपनी का विरोध जताना यह दिखाता है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इस निर्णय पर चिंता व्यक्त की जा रही है।